Sunday, May 8, 2016

फिर एक रोजगार सेवक हार गया जिन्दगी की जंग ।

रोम जल रहा था , नीरो बंसी बजा रहा था। जनपद महराजगंज उ0प्र0 के ग्रा0रो0से0 ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्‍महत्‍या की , एक माह के अन्‍दर  उ0प्र0 मे ग्रा0रो0से0 के आत्‍महत्‍या की यह दूसरी घटना  है। आर्थिक तंगी से परेशान ग्राम रोजगार सेवकों द्वारा एक के बाद एक की जा रही आत्‍महत्‍या उ0 प्र0 सरकार के इसी चरित्र को उजागर कर रही हैं। समाजवादी सरकार के
शोषणवादी निति का ही परिणाम है कि पिछले 10 सालो से ईमानदारी से मनरेगा योजना मे काम करने के बाद भी ग्रा0रो0से0 आर्थिक रूप से परेशान होकर मौत को गले लगा रहे हैं।
वर्तमान सरकार में मुख्‍यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के तत्‍कालीन प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वयंभू युवा ह्रदय सम्राट माननीय अखिलेश यादव जी ने आदोलनकारी ग्रा0रो0से0 पर तत्‍कालीन बसपा सरकार द्वारा निर्ममतापूर्वक किये गये लाठी चार्ज एवं फायरिंग की निंदा करते हुए राजयपाल से सरकार वर्खास्‍त करने की मॉग की थी। एवं आज उन्‍ही की सरकार के शासनकाल में ग्रा0रो0से0 द्वारा एक के बाद एक आत्‍महत्‍या की जा रही है, और ग्रा0रो0से0 की विनियमितिकरण की मॉग को टरकाया जा रहा है।
एक तरफ तो ग्रा0रो0से0 है जिनके द्वारा ग्राम पंचायत के सभी कार्यो के सम्‍पादन में सहयोग किया जाता है के विनियमितिकरण में सरकार द्वारा कानूनी अडचनो का बहाना बनाकर लटकाया जा रहा है, तो वही पंचायत विभाग में नियुक्त सफाईकर्मीयों को जो ग्राम पंचातय में तो शायद ही कभी झाडू लगाते हों लेकिन सरकारी खजाने में हर साल करोडो रूपयो की झाडू लगाते है। को ग्रा0पं0 अ0 के पद पर प्रोन्‍नत  करने की चर्चा जोरो में है, और उनके लिए नितियॉ बनायी जा रही हैं, ग्रा0रो0से0 का क्‍या ये दोष है कि वे अपने ग्राम पंचायत में उनकी मेंरिट सबसे जयादा थी। या ये दोष है कि उनके द्वारा ईमानदारी पूर्वक कर्तव्‍य का निर्वाह किया गया। ये तो वही बात हो गयी,

अन्‍धेरपुर नगरी चौपट राजा। टके सेर भाजी टके सेर खाजा।।


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