Thursday, December 10, 2015

30 हजार से ज्यादा कर्मचारियों का मानदेय दस फीसदी बढ़ाया जाएगा




भोपाल। ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं में संविदा पर काम कर रहे 30 हजार से ज्यादा कर्मचारियों का मानदेय दस फीसदी बढ़ाया जाएगा। इससे कर्मचारियों को 500 से लेकर 3500 रुपए महीना तक का फायदा होगा। बढ़ा हुआ मानदेय 1 दिसंबर 2015 से लागू होगा। इससे करीब पांच करोड़ रुपए प्रतिमाह का अतिरिक्त भार आएगा, लेकिन राज्य का खजाना प्रभावित नहीं होगा, क्योंकि केंद्रीय योजनाओं के बजट में ही स्थापना व्यय शामिल होता है।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं (मनरेगा, स्वच्छता मिशन, इंदिरा आवास, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, वॉटरशेड, आजीविका मिशन) में 30 हजार से ज्यादा कर्मचारी संविदा आधार पर काम कर रहे हैं। इन्हें हर माह तयशुदा मानदेय दिया जाता है, लेकिन महंगाई को देखते हुए इसे पर्याप्त नहीं माना गया। ऐसे में विभाग ने योजनाओं की आर्थिक स्थिति को देखते हुए 10 प्रतिशत मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव विभागीय मंत्री गोपाल भार्गव को भेजा था, जिसे उन्होंने मंगलवार को हरी झंडी दे दी।

इनको मिलेगा फायदाः लेखापाल, सहायक लेखापाल, उपयंत्री, सहायक यंत्री, विशेषज्ञ, तकनीकी सहायक, परियोजना सहायक, रोजगार सहायक, डाटा इंट्री ऑपरेटर सहित अन्य। भार्गव ने बताया कि महंगाई को देखते हुए संविदा कर्मियों को दिया जा रहा मौजूदा मानदेय कम था। योजनाओं की आर्थिक स्थिति को देखते हुए इसे लागू किया जाएगा।

इससे राज्य पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आएगा क्योंकि सभी केंद्रीय योजनाएं हैं। स्थापना व्यय भी केंद्र सरकार योजना खर्च में शामिल करके देती है। वहीं, विभाग की अपर मुख्य सचिव अरुणा शर्मा ने बताया कि मानदेय बढ़ाने पर सैद्धांतिक फैसला हो चुका है, इसे एक-दो दिन में लागू कर दिया जाएगा। पद के हिसाब से मानदेय 500 से लेकर 3500 रुपए तक बढ़ सकता है।

Wednesday, December 9, 2015

बिहार संविदाकर्मियों को मिलेंगी राज्यकर्मियों जैसी सुविधायें ।

             बिहार राज्य सरकार संविदा कर्मियों से एक समझौता करने कीतैयारी में है , समझौते के अनुसार राज्य में कार्यरत संविदाकर्मिओ को राज्य कर्मचारियों का दर्ज तो नहीं  लेकिन उनको  मिलने  वाली सभी सुविधाये मिलेंगी । संविदाकार्मियो की सेवा नियमितीकरण के लिए गठित उच्चस्तरीय कमिटी ने जो प्रस्ताव तैयार किया गया है । उसमे ये प्रस्ताव तैयार किये गए हैं । कमिटी ने मुख्यमंत्री के सामने प्रेजेन्टेशन दे दिया है। अगर  सहमति बन जाती है तो राज्य के करीब १ लाख संविदाकर्मियों को बहुत कुछ नियोजित सिछको की तर्ज पर ही फायदा होगा ।  
               कमिटी के अध्यछ पूर्व मुख्य  सचिव अशोक कुमार चौधरी है, जबकि  सदस्य  गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी है । इस समझौते से जिन कर्मियों को फायदाहोगा उनमे डेटा इंट्री आपरेटर ,पसु चिकित्सा अधिकारी, प्रखंड पशुपालन अधिकारी, आई टी आफिसर , आई टी मैनेजर , कॉन्ट्रैक्ट लेक्चरर ,चालक, अनुदेसक, जिलाप्रोबेसन अधिकारी, विधि विसेसज्ञ , पंचायत रोजगार सेवक आदि के लिए राहत की खबर है। 
समझौते के अनुसार कर्मियों को निम्न सुविधाये मिलेंगी 
1: 60 साल की उम्र तक कांट्रैक्‍ट होंगे. कांट्रैक्‍ट को हर साल रिनुअल नहीं कराना पड़ेगा.
2: बेसिक सैलरी के हिसाब से महंगाई भत्‍ता दिया जाएगा.
3: मेडिकल की सुविधा दी जाएगी.
4: यात्रा और घर का भत्‍ता भी दिया जाएगा.
5: ईपीएफ खाते में पैसे जमा किए जाएंगे.
6: कैजुअल लीव (CL) और अर्न लीव (EL) छुट्टी की सुविधा मिलेगी.
7: महिलाओं को प्रेग्‍नेंसी के लिए पांच महीने की छुट्टी मिलेगी.
8: पुरुषों को भी पिता बनने की छुट्टी मिलेगी.
9: चार साल में एक बार एलटीए मिलेगा.
10: 60 साल की उम्र में रिटायरमेंट की सुविधा होगी.

Thursday, December 3, 2015

3 लाख संविदा कर्मी होगे नियमित


    मंगलवार का दिन बिहार प्रदेशवासियों के लिए सौगात लेकर आया सरमकार ने विभिन्नय विभागो के तीन लाख संविदा कर्मचारियों को स्थाोयी करने का फैसला किया है । राज्य् मंत्रिपरिषद ने संविदा पर काम कर रहे तीन लाख से भी अधिक कर्मचारियों को स्‍‍थाई करने के लिए उच्चंस्त रीय कमेटी के गठन करने की मंजूरी दे दी है। इस कमेटी में वित्तं पी0एच0ई0डी0 पथ निर्माण उर्जा भवन निर्माण जल संसाधन स्वावस्य्ाअ  शिक्षा और सामान्य  प्रशासन आदि विभागों के प्रधान सचिव को बतौर सदस्यण शामिल किया गया है।
     इससे संविदा पर काम कर रहे डाटा इन्ट़ीण आपरेटर आशा व ममता कार्यकर्ता सरकारी अस्प तालों में कार्यरत नर्सो व तकनीकी कर्मचारियों के साथ डाक्टारों इंजीनियरों सहित तीन लाख से भी अधिक कर्मियों को स्थासयी सेवा में आने का लाभ मिलेगा।